शामती में आखों के सामने ढह गया सपनो का घर, फूट फूट कर रोई महिलांए
जय ठाकुर, सोलन, 13 जुलाई।
सोलन शहर के साथ लगते शामती में आई दरार के बाद अब भवनों के गिरने का सिलसिला शुरू हो गया है। वीरवार को तीन भर ताश के पत्तों की तरह ढह गए। इन भवनों में 15 फ्लैट वाला चार मंजिला भवन, आशा देवी का घर और घनश्याम का
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मकान शामिल है। भवनों के मालिक सड़़क में खडे़ होकर अपनी जीवन भर की संपत्ति को मिट्टी में मिलता हुआ देखने के आलावा कुछ नहीं कर पाए। इन भवनों में किसी के आभूषण छूट गए तो किसी का बेशकीमती फर्निचर तबाह हो गया।
50 लाख से एक करोड़ रूपए तक खर्च करके शामती में लोगों ने अपने सपनो का आशियाना बनाया था, लेकिन प्रकृति की मार ने इन आशियानों को पल भर में इनसे छीन लिया है। अब वहां पर भवनों का मलबा बिखरा पड़ा है या फिर आधे अधूूरे टूटे हुए
मकान वहां पर है। प्रकृति का कहर इस कदर बरस रहा है कि कोई कुछ नहीं कर पा रहा है। बताया जा रहा है कि शामती अब तक कुल 6 भवन गिर चुके हैँ। जबकि करीब 15 ऐसे भवन है तो गिरने की कगार पर हैं।
इसके आलावा आसपास के करीब 80 निजी भवनों पर खतरा अभी भी बरकरार है। हालांकि सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने पूरे क्षेत्र काे सील कर दिया है तथा किसी को भी इसके अंदर जाने की अनुमति नहीं है।
लोगों की मांग है कि उनके सामान को घर से बाहर निकाल दिया जाए ताकि वह किसी अन्य स्थान पर जाकर किराए के कमरे में रह सके। एडीएम सोलन अजय यादव का कहना है कि प्रभावितों की हर संभव सहायता की जा रही है तथा फिलहाल
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प्रशासन से 10 से 15 हजार रूपए की आर्थिक सहायता प्रदान की है। भवनों की वैल्यू के हिसाब से बाद में मुआवजा राशि जारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी प्रभावितों को जटोली मंदिर में ठहराया गया है।
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