सारे टैक्स लगाने के बाद सुक्खू सरकार ने लगाया टॉयलेट टैक्स: जयराम ठाकुर
सिरमौर/नाहन, शिमला, 05 अक्टूबर।
भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के अभिनंदन कार्यक्रम में नाहन पहुंचे नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मीडिया के प्रतिनिधियों से बात करते हुए सुक्खू सरकार पर चौथा हमला बोला।
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उन्होंने कहा की सत्ता में आते ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल पर टैक्स लादने का अंतहीन सिलसिला शुरू कर दिया। जो रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
मात्र 20 महीने के कार्यकाल में जब सरकार को टैक्स लगाने के लिए और कुछ नहीं बचा तो उसने शौचालय पर ही टैक्स लगा दिया। शौचालय पर टैक्स लगाने वाला हिमाचल देश का इकलौता राज्य है और सुक्खू जी इकलौते
मुख्यमंत्री। 2 साल में सरकार ने प्रदेश को 10 साल पीछे कर दिया है। मुख्यमंत्री ने सत्ता संभालते ही सिर्फ और सिर्फ टैक्स बढ़ाने का ही काम किया है। एक तरफ भारत में स्वच्छता अभियान चल रहा है और केंद्र सरकार
स्वच्छता और खुले में शौच मुक्त के लिए भारी भरकम राशि खर्च कर रही है दूसरी तरफ कांग्रेस की सरकार और उसके मुख्यमंत्री हर टॉयलेट सीट से ₹25 हर महीने वसूली करना चाहते हैं। दुनिया भर की जग हंसाई के बाद
सरकार ने यह फैसला तो वापस ले लिया लेकिन इस फैसले के बहाने सरकार की मानसिकता पूरे देश में उजागर हो गई।
जयराम ठाकुर ने कहा कि रोहित ठाकुर एक आधिकारिक टूर के तहत उत्तर प्रदेश का दौरा करके आए हैं। अगर उन्हें यूपी की शिक्षा नीति और पद्धति बेहतर काम कर रही है तो उसे हिमाचल में लागू करने में क्या असुविधा है।
बेहतर चीजें देश में कहीं भी हो वह प्रदेश में लागू की जानी चाहिए। लेकिन कांग्रेस को उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के नाम से समस्या है इसलिए उनके द्वारा किए गए किसी कार्य को हिमाचल में लागू
करने पर कांग्रेस वाला कमान के नेताओं को समस्या होती है। हिमाचल के नेतृत्व को हिमाचल के हितों के अनुसार योजनाएं लागू करनी चाहिए भले ही वह पूर्व में आदित्यनाथ योगी की सरकार द्वारा लागू की गई हो।
कांग्रेस में ऊपर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के नाम पर प्रतिबंध लगा कर रखा है कि उनका नाम ही कहीं पर नहीं लेना है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सुक्खू सरकार की नीतियों से तंग आकर प्रदेश की ज्यादातर इंडस्ट्री प्रदेश से बाहर चली गई है। सरकार संरक्षित अराजकता से त्रस्त होकर प्रदेश की इंडस्ट्री ने राहुल गांधी की तरह हिमाचल से इंडस्ट्री ने
टाटा बाय बाय कर दिया है। सरकार उद्योगों को परेशान कर रहे हैं। उद्योगों को डराने धमकाने से लेकर सरकारी नीतियों से उन्हें परेशान करने में सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी।
जिस कारण प्रदेश में इंडस्ट्री के सामने पलायन के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था। उन्होंने कहा कि झूठी गारंटी के बलबूते कांग्रेस सत्ता में आई थी। वह दिन दूर नहीं जब कांग्रेस के नेताओं का सरकार के मंत्रियों और मुख्यमंत्री
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का प्रदेश में चलना दूभर हो जाएगा। प्रदेश का हर आदमी इन्हें सड़क चौराहे पर रोक कर इसकी गारंटीयों के बारे में पूछेगा उसका हिसाब लेगा।
इस सरकार का प्रदेश के लोगों से कोई सरोकार नहीं रह गया है। पूरी सरकार आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। वाले दिनों में सरकार के सभी भ्रष्टाचार के खुलासे होंगे।
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