नवजात बच्ची को जिंदा छोड़ दिया कंडाघाट के शमशान घाट के गेट पर
हिमाचल समय, सोलन, 12 जनवरी।
रविवार की सुबह कड़कड़ाती ठंड में जब सभी अपने घरों में दुबके हुए थे तब एक नवजात बच्ची कंडाघाट के शमशान घाट में जिंदगी की सांसे गिन रही थी।
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तभी इस बच्ची के रोने की आवाज फोरलेन निर्माण कंपनी में काम कर रहे.एक मजदूर ने सुनी और इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी।
यहां कंडाघाट के शमशान घाट के प्रवेश द्वार पर एक नवजात कन्या मिली है। पुलिस ने शिशु को कब्जे में लेकर चिकित्सालय पहुंचाया। इस मामले में मामला दर्ज करके उसके माता की पहचान शुरू कर दी गई है।
सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि आज सुबह सात बजे कंडाघाट क्षेत्र में फोरलेन सड़क के निर्माण में लगे एक श्रमिक ने शमशानघाट के नजदीक रहने वाले इंद्र सिंह को सूचना दी
कि शमशानघाट के प्रवेश द्वार के पास एक नवजात शिशु रखा हुआ है। जो रो रहा है। इस पर इंद्र सिंह मौके पर पहुंचे उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना दी।
इस बीच इंद्र सिंह ने शिशु को उठाकर पास ढाबे के साथ ढारे में रहने वाली नेपाली महिला के सुपुर्द कर दिया था। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची
और नीले कपड़े में लिपटी नवजात को कब्जे में लेकर उसके माता पिता की फौरी तलाश शुरू कर दी गई है। बच्ची अंडरवेट है इसलिए उसे क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में ही रखा गया है हालांकि बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है
बताया जा रहा है की बच्ची का जन्म बीते 24 घंटे के दौरान ही हुआ है। बच्ची को बरामद किया गया तो इसके बदन पर कोई भी कपड़ा नहीं था बच्ची को केवल एक लोअर में लपेटा हुआ था
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गौरव सिंह ने बताया कि उक्त नवजात कन्या शिशु को किसी अज्ञात महिला ने जन्म देने के बाद शमशान घाट के गेट पर छोड़ दिया। इस मामले में मुकदमा दर्ज करके जिसकी तफ्तीश शुरू कर दी गई है।
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