फसल कीटों के जैविक नियंत्रण पर वार्षिक कार्यशाला की मेजबानी करेगा नौणी विवि
नौणी/सोलन,11 जून।
डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के कीट विज्ञान विभाग, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के राष्ट्रीय कृषि कीट संसाधन ब्यूरो (आईसीएआर-एन॰बी॰ए॰आई॰आर॰),
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बेंगलुरु के सहयोग से 13-14 जून, 2024 को फसल कीटों के जैविक नियंत्रण पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना की 33वीं वार्षिक समूह बैठक का आयोजन कर रहा है।
इस दो दिवसीय कार्यशाला में 30 से अधिक आईसीएआर संस्थानों, राज्य कृषि विश्वविद्यालयों, राज्य जैविक नियंत्रण प्रयोगशालाओं और उद्योग के 70 से अधिक वैज्ञानिकों और प्रतिनिधि भाग लेंगें।
कार्यशाला का उद्देश्य 2023-24 के दौरान विभिन्न जैविक नियंत्रण पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना केंद्रों द्वारा की गई प्रगति की समीक्षा करना होगा।
बैठक के दौरान, विभिन्न राज्य कृषि विश्वविद्यालयों और आईसीएआर संस्थानों के वैज्ञानिक विभिन्न कीटों के प्राकृतिक शत्रुओं,
आक्रामक कीटों की जैव विविधता और जैव नियंत्रण एजेंटों का उपयोग करके फसल कीटों के प्रबंधन पर अपने काम को प्रस्तुत करेंगे और चर्चा करेंगे। इससे भविष्य की कार्रवाई तय करने में मदद मिलेगी.
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इसके अतिरिक्त, यह कार्यशाला वैज्ञानिकों और उद्योग के प्रतिनिधियों को बातचीत करने और अनुसंधान सहयोग एवं जैविक नियंत्रण के क्षेत्र में पारस्परिक लाभ के विचारों को बढ़ावा देने के लिए एक मंच देने का
कार्य करेगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता आईसीएआर के उप महानिदेशक (फसल विज्ञान) डॉ. तिलक राज शर्मा करेंगे, जबकि नौणी विवि के कुलपति प्रोफेसर राजेश्वर सिंह चंदेल कार्यशाला के मुख्य अतिथि होंगे।
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