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रोहित वर्मा को मिलेगा राज्य शिक्षक पुरस्कार…

हिमाचल समय, सोलन, 04 सितम्बर।

सिरमौर जिला के सीनियर सेकंडरी स्कूल नारग के प्रिंसिपल रोहित वर्मा का चयन राज्य शिक्षक पुरस्कार (स्पेशल अवार्ड) के लिए हुआ है।

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इससे क्षेत्र में खुशी की लहर है। रोहित वर्मा जिस भी स्कूल में प्रिंसिपल रहे वह स्कूल शिक्षा, शिक्षा में नवाचार और शैक्षणिक गतिविधियों में अव्वल रहा है।

युवा होने के कारण उनमें शिक्षा के क्षेत्र में हर समय कुछ नया करने का जज्बा रहता है और उनकी इसी खूबी के चलते उनका चयन राज्य शिक्षक पुरस्कार स्पेशल अवार्ड कैटागिरी में किया।

रोहित वर्मा ने कहा कि वह अपनी इस अवार्ड को उन स्कूलों में जहां उन्होंने अपनी सेवाएं दी, वहां के टीचिंग स्टाफ, स्थानीय लोगों,

स्कूली बच्चों, अपने माता-पिता,गुरूजनों अपनी पत्नी दीपिका वर्मा और बेटी आलया सिंह ठाकुर समर्पित करते हैं।

  • यहां किया हैडमास्टर के रूप में कार्य….

2012 से 2016 तक वह हाई स्कूल दाड़ो देवरिया और हाई स्कूल कोटला पंजौला में रहे। वर्ष 2016 में वह हैडमास्टर से प्रिंसिपल के पद पर पदोन्नत हुए।

उन्हें सिरमौर के गल्र्ज सीनियर सेकंडरी स्कूल सराहां में पहली पोस्टिंग मिली। यहां भी स्थानीय लोगों, स्कूल स्टाफ के सहयोग से उन्होंने स्कूल में शिक्षा के साथ-साथ अन्य गतिविधियों को भी बढ़ावा दिया।

यहां एक स्थानीय रिटायर टीचर सुनीला गच्छन ने गल्र्ज स्कूल में लाइब्रेरी बनाने के लिए 11 लाख रुपए दिए। वर्ष 2019 वह सराहां से स्थानांरित होकर कोटला बरोग सीनियर सेकंडरी स्कूल में आए।

दिसंबर 2021 से वह सीनियर सेकंडरी स्कूल नारग में प्रिंसिपल के पद पर कार्यरत हैं।

  • क्या किया नारग स्कूल में

नारग सीनियर सेकंडरी स्कूल में अध्यापकों के रिक्त पड़े पदों के बावजूद भी स्कूल शिक्षा व अन्य गतिविधियों में अव्वल है। इस स्कूल में पहले 12 पद रिक्त थे और वर्तमान में भी स्कूल में 7 पद रिक्त हैं।

समय मिलने पर प्रिंसिपल रोहित वर्मा खुद भी क्लास ले लेते हैं। कला उत्सव में उनके कार्यकाल में गल्र्ज सीसे स्कूल सराहां और अब सीसे स्कूल नारग राज्य में अव्वल रहा

और दो बार राज्य का प्रतिनिधित्व राष्ट्रीय स्तर पर किया। दो बार स्कूल को स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार मिला।

स्टेट टेलेंट सर्च प्रतियोगिता, आपदा प्रबंधन प्लान, नेशनल मीन कम मैरिट स्कॉलरशिप भी स्कूल को मिली।

स्कूल के बच्चे सैनिक स्कूल, नवोदय स्कूल में भी निकले। वर्मा अप्रैल 2024 में शिक्षा विभाग की ओर से सिंगापुर इंटरनेशनल एक्सपोजर विजिट टीम में भी शामिल रहे।

  • जन्म व शिक्षा

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रोहित वर्मा का सिरमौर जिला के राजगढ़ उपमंडल के छोटे से गांव भाणत में तेजवीर सिंह वर्मा और जयवंती वर्मा के घर 24 जून 1980 को हुआ।

सीनियर सेकंडरी स्कूल फागू से पांचवी तक की शिक्षा ली। इसके बाद रोहित का चयन नवोदय स्कूल के लिए जहां से उन्होंने वर्ष 1997 में मैट्रिक और 1999 में जमा दो की परीक्षा पास की।

इसके बाद डिग्री कॉलेज सोलन से वर्ष 2002 में बीएससी की। वर्ष 2003 में जम्मू यूनिवर्सिटी से बीएड की। बीएड की डिग्री मिलने के साथ ही डीएवी स्कूल राजगढ़ में शिक्षण आरंभ किया।

साथ ही अन्नामल्लाई यूनिवर्सिटी से एमएससी बॉटनी और एम.फिल (बॉटनी) की। वर्ष 2009 तक डीएवी राजगढ़ में सेवाएं देने के बाद वह डीएवी स्कूल कुमारहट्टी में 2012 तक शिक्षण करते रहे। इसी दौरान

शिक्षा विभाग की ओर से सीधे हैडमास्टर के पदों के लिए हुई भर्ती में रोहित वर्मा का चयन हुआ और वह सरकार सेवा में आ गए।

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